चोट फिर भी बेहद गहरी.. लगी हैं मुझको...
तेरा पत्थर चूक गया .. यूँ तो.. मेरे सर का निशाना....
ग़म न कर... चोट फिर भी बेहद गहरी.. लगी हैं मुझको...
..आलोक मेहता...
from old creations... [17.10.2008]
ग़म न कर... चोट फिर भी बेहद गहरी.. लगी हैं मुझको...
..आलोक मेहता...
from old creations... [17.10.2008]
aur yah taumra rahegi...
जवाब देंहटाएं....खूबसूरत
जवाब देंहटाएंतेरा पत्थर चूक गया .. यूँ तो.. मेरे सर का निशाना....
जवाब देंहटाएंग़म न कर... चोट zyada gehri lagi hai mujhko :)
Bahut hi khoobsoorat hai Aalok
@ Rashmi prabha ji.. Thik kaha aapne.. Ye to kabhi nahi mit sakti.. Aap aaye behad behad shukriya...
जवाब देंहटाएं@ Sanjay Bhaskar ji.. shukriya...
@ Yogesh ... Bahut Shukriya Yogesh... :)
bahut khubsurat
जवाब देंहटाएंशुक्रिया शेफाली जी...
जवाब देंहटाएंbahot zordar pangti hai......
जवाब देंहटाएंBehad shukriya... Mridula ji..
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