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बता घाटा क्या हैं... [two liner]

ठहाकों के बाद महफ़िल में ये भरा सन्नाटा क्या हैं... मैं भी हंसू जो तेरे साथ खुद पे... बता घाटा क्या हैं... ...आलोक मेहता...