फकत चेहरों की नुमाइश हैं...
इक तलाश जारी हैं... नजर एक पैमाइश हैं.... अभी तलक न मिली मुझे जिस शख्स की ख्वाहिश हैं... कैसे ढूँढू.. क्या करू... तदबीरो की आजमाइश हैं... सीरत पे भारी सूरत यहाँ... अजब ये रवाइश हैं... "आलोक" रूह यहाँ कहाँ... चेहरों की नुमाइश हैं... आलोक मेहता...