two liners - पसंदीदा शागिर्द को ही देता हैं... उस्ताद कड़े सबक....
पसंदीदा शागिर्द को ही देता हैं... उस्ताद कड़े सबक....
यही सोच... खुदा, तेरा हर इम्तिहान दिए जा रहा हूँ मैं...
आलोक मेहता...
यही सोच... खुदा, तेरा हर इम्तिहान दिए जा रहा हूँ मैं...
आलोक मेहता...
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंशुक्रवारीय चर्चा मंच पर
charchamanch.blogspot.com
samman k liye Behad Shukriyaa Ravikar ji...
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ही अच्छा.....
जवाब देंहटाएंShukriya Sushma ji
हटाएंshukriya sir...
जवाब देंहटाएंgehen bhaw
जवाब देंहटाएंBehad Shukriya.. Shephali ji... :)
हटाएंबहूत गहन विचार ...
जवाब देंहटाएंमेरी ज़िन्दगी से मिलता जुलता ...
आपका ब्लॉग पढ़कर अच्छा लगा
Behad shukriya.. Jayesh ji...
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